मंगलवार, 29 नवंबर 2016

डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी इस तरह की जाती है हैक, इन तरीकों से रहें सुरक्षित

आज हम आपको ऐसी ही कुछ वजहों से अवगत कराएंगे। जिससे आप ये पूरी तरह समझ पाएं की आखिर आपके कार्ड की जानकारी कैसे लीक होती है और आप अपनी जानकारी को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

1- फ्रॉड करना:
एक्सपीरियन इंडिया के एमडी जयारमन के मुताबिक, डाटा स्कीमिंग डिवाइस में अगर यूजर अपना कार्ड स्वाइप करता है तो उनकी पूरी जानकारी कॉपी कर ली जाती है। ऐसे में आपको बेहद सतर्क रहने की जरुरत है।

2- मदद करने के बहाने पिन चुराना:
अगर कभी आपका कार्ड मशीन में फंस जाए या फिर किसी टेक्नीकल प्रॉब्लम के चलते एटीएम से पैसे न निकल पाए, तो एटीएम में खड़े किसी भी व्यक्ति से मदद न लें। ऐसे लोग जो आपकी मदद के लिए आगे आते हैं वो आपके कार्ड का पिन चुरा सकते हैं।

3- डेबिट/क्रेडिट कार्ड का पिन:
कई ऐसे मामले देखे गए हैं जब यूजर ने अपने कार्ड के ऊपर उसका पिन नंबर लिखा होता है, जिससे वो उसे भूल न जाए। ऐसे में अगर आप गलती से अपना कार्ड एटीएम में भूल जाते हैं तो आपकी कार्ड का गलत उपयोग हो सकता है।

4- ऑनलाइन भुगतान:
आपको बता दें कि ऑनलाइन शॉपिंग या फिर बिल पेमेंट के दौरान जब यूजर अपने कार्ड का डाटा वेबसाइट पर डालता है तो उसे हैकर्स आसानी से हैक कर सकते हैं। ऐसे में ध्यान रहे कि कभी भी आप अपने कार्ड की जानकारी किसी भी साइट और अपने फोन में सेव न करें। इसके अलावा कोशिश करें कि पेमेंट सिर्फ विश्वसनीय साइट पर ही की जाए।

5- फार्मिंग:

इसमें हैकर्स या फ्रॉड्स आपको किसी फेक वेबसाइट पर ले जाते हैं जो बिल्कुल वास्तिवक साइट की तरह ही दिखती है। अगर यूजर ऐसी किसी भी साइट के द्वारा पेमेंट कर देते हैं तो उनके डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी हैक हो सकती है।

6- पब्लिक वाइ-फाइ का प्रयोग करना:

अगर आप पब्लिक वाइ-फाइ से अपने फोन को कनेक्ट करते हैं और उसी के जरिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, तो ध्यान रहे कि आप हैकर्स को अपनी जानकारी चुराने का कोई अवसर दे रहे हैं।

 7- मालवेयर:
यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो एटीएम के सिस्टम को खराब कर देता है और यूजर का डाटा चुरा लेता है।

8- यूजर के नंबर की डुप्लीकेट सिम:

 ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब हैकर्स फेक आईडी के साथ मोबाइल ऑपरेटर के पास जाते है और उनसे डुप्लीट सिम कार्ड जारी कराते हैं। जिससे ऑपरेटर पहली वाली सिम को डिएक्टीवेट कर देते हैं। ऐसा करने से ऑनलाइन लेन-देन के ओटीपी नए सिम पर आते हैं। ऐसे में ध्यान रहे कि कहीं भी आप अपने कार्ड की डिटेल्स सेव न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो ऑनलाइन भुगतान के लिए महज ओटीपी की ही जरुरत पड़ती है।

9- एप्स के जरिए:

कई ऐसी एप्स होती हैं जिन्हें प्ले स्टोर से डाउनलोड न कर किसी थर्ड पार्टी से डाउनलोड किया जाता है। ऐसी एप्स आपकी निजी जानकारी चुरा सकती हैं। ऐसी एप्स के द्वारा ऑनलाइन पेमेंट न ही किया जाए तो बेहतर है।

10- नए कार्ड को चोरी करना:

कई ऐसे हैकर्स भी होते हैं जो यूजर के पास नया कार्ड पहुंचने से पहले ही उनकी जानकारी लीक कर लेते हैं। ये जानकारी मेल द्वारा चुराई जाती है।

शनिवार, 26 नवंबर 2016

फेसबुक बताएगा फ्री वाइफाइ का पता

वाइ-फाइ डिस्कवरी नाम के इस फीचर के जरिए यूजर्स अब अपने आस-पास मौजूद फ्री और पब्लिक वाइ-फाइ की लोकेशन पता लगा सकेंगे। खासतौर पर यात्रा करने वाले लोग को इससे सबसे अधिक फायदा होगा।

महंगे मोबाइल डाटा से मुक्ति:

एक जीबी मोबाइल 3जी डाटा के लिए यूजर्स को आमतौर पर 100 से 150 रुपये चुकाने पड़ते हैं। वाइ-फाइ डिस्कवरी का इस्तेमाल करके लोग डाटा प्लान पर होने वाले खर्च को कम कर सकेंगे।

लोकेशन तक पहुंचाएगा:

फेसबुक का यह नया फीचर न सिर्फ फ्री वाइ-फाइ की लोकेशन बताएगा बल्कि यहां तक पहुंचने में यूजर को कितना वक्त लगेगा ये भी बताएगा।

आसान है इस्तेमाल:
- अपना फेसबुक एप अपडेट करें
- मेन्यू विकल्प में जाकर "इनेबल फाइंड वाइ-फाइ" पर ऑप्शन को चुनें
- इस ऑप्शन में जाकर फीचर को शुरू करने का बटन क्लिक करें
- इसके बाद फेसबुक आपको आसपास के पब्लिक हॉटस्पॉट या फ्री वाइ-फाइ की लोकेशन बताने लगेगा

बुधवार, 23 नवंबर 2016

किसी भी वाइ-फाइ को ऐसे करें क्रैक और ले फ्री इंटरनेट का मजा -

लगभग हर काम इंटरनेट के जरिए किया जा सकता है। इंटरनेट का एक बड़ा माध्यम वाइ-फाइ भी है। अगर आपको कहीं फ्री वाइ-फाइ का एक्सेस मिले और आपके पास पासवर्ड न हो, तब आप क्या करते हैं? फ्री वाइ-फाइ का इस्तेमाल हर कोई करना चाहता है, लेकिन उसका पासवर्ड पता लगाना बेहद मुश्किल होता है। इस मुश्किल काम को आसान करने के लिए डेवलपर्स ने कई एप बनाई हैं, जिनके जरिए किसी भी वाइ-फाइ पासवर्ड का पता लगाया जा सकता है। ऐसी ही एक एप WPSPIN है

ऐसे करें वाइ-फाइ पासवर्ड हैक:

1. इसके लिए आपको सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से WPSPIN एप डाउनलोड कर इंस्टॉल करनी है।
2. इंस्टॉल होने के बाद एप को ओपन करें।
3. यह एप अपने आप ही WPS वायरलैस नेटवर्क को ढूंढ लेगी।
4. अब जिस भी वाइ-फाइ के पासवर्ड को आप हैक करना चाहते हैं उसपर क्लिक कर दें।
5. क्लिक करते ही आपके पास 8 नंबर का पिन आएगा उसे नोट करें।
6. इसके बाद अपना लैपटॉप ओपन करें। अब लैपटॉप में वाइ-फाइ ऑन कर 8 नंबर का पिन डालें, जो आपने नोट किया है।
7. इसके बाद आप वाइ-फाइ चला पाएंगे।
8. ये तरीका सिर्फ WPS वाले राउटर में ही काम कर सकता है।

क्या है WPS राउटर?

WPS का मतलब Wi-Fi Protected Setup है। ये एक ऐसा वायरलैस नेटवर्किंग स्टैंडर्ड है जो राउटर और वायरलैस डिवाइस को आसानी से कनेक्ट कर देता है। ये WPA पसर्नल या WPA2 पसर्नल सिक्योरिटी के वायरलैस नेटवर्क के लिए ही काम करता है। एक सामान्य सेटअप में यूजर तब तक वायरलैस डिवाइस से कनेक्ट नहीं कर सकता है जब तक उसे वायरलैस नेटवर्क का नाम और सिक्योरिटी पासवर्ड न पता हो।

अपनी गर्लफ्रेंड की इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल्स को ऐसे करें ट्रैक -

अगर आपको भी अपने पति या पत्नी, गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड पर शक है तो सिर्फ बात करने से तो दूर होने से रहा। ऐसे में जरूरी है कि आप टेक्नोलॉजी का सहारा लें। दूसरी ओर अगर आप एक किसी कंपनी के मालिक है और कर्मचारी को दिए जाने वाले मोबाइल फोन की जानकारी चाहते हैं तो भी इसका पता टेक्नोलॉजी से लगा सकते है। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि अगर आपको किसी का भी मोबाइल कॉल हैक करन है यानि उनकी इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल्स का ब्यौरा चाहिए तो इसके लिए exactspy मोबाइल कॉल हैकिंग फ्री सॉफ्टवेयर आपके बहुत काम आ सकता है। इसके सहारे आप किसी के भी मोबाइल फोन की जासूसी आराम से कर सकते है।


चलिए बताते है exactspy मोबाइल कॉल हैकिंग फ्री सॉफ्टवेयर से आप क्या कर सकते है:

1.आप किसी की भी इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल्स को हैक कर सकते है और पता लगा सकते है कि वह किससे और क्या बातें कर रहा है।
2. अपने मोबाइल पर आपका पति या गर्लफ्रेंड क्या एक्टिविटी कर रहे हैं इसका भी पता लगा सकते है।
3.यह सॉफ्टवेयर इतना शक्तिशाली है कि इसकी मदद से आप अपने साथी के मोबाइल की ब्राउजिंग हिस्ट्री, मैसेजेस, फोटोज, वीडियोज और जीपीएस ट्रैकिंग कर सकते है।
4. इस सॉफ्टवेयर की सबसे खास बात यह है कि मोबाइल से डिलीट हुए डाटा की भी यह हैकिंग कर देगा क्योंकि उसे रिकवर कर देता है।
5. इस सॉफ्टवेयर से आप व्हाट्स एप, जीमेल, फेसबुक या इत्यादि के सभी क्रमश: मैसेजेस और मेल ट्रैक कर सकते है।
6. exactspyकी टीम आपके सभी सवालों के जवाब देने के लिए 24/7 उपलब्ध रहती है।
7. यह एंड्रायड और आईओएस दोनों यूजर्स के लिए उपलब्ध है।

exactspy मोबाइल कॉल हैकिंग फ्री सॉफ्टवेयर को ऐसे करें डाउनलोड:

1. सबसे पहले exactspy की वेबसाइट पर जाए और सॉफ्टवेयर लें।
2.जिसकी जासूसी या निगरानी करनी है उसके लिए मोबाइल में एप्लीकेशन डाउनलोड करें।
3. आपके पास इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए ताकि किसी भी डिवाइस से मोबाइल के डाटा को देखें।
exactspy मोबाइल कॉल हैकिंग सॉफ्टवेयर फ्री डाउनलोड करने से आप ये कर सकेंगे:

1. कॉल मॉनिटर करना
2. मैसेज को ट्रैक करना
3. ईमेल करना
4. जीपीएस लोकेशन को ट्रैक करना
5. इंटरनेट के माध्यम से मॉनिटर करना
6. ईमेल और कैलेंडर इत्यादि का पता करना
7. शीघ्र बोलने वाले मैसेज को पढ़ना
8. एप्स और अन्य प्रोग्राम्स को कंट्रोल करें।
इस सॉफ्टवेयर को आप exactspy की वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते है।

मंगलवार, 22 नवंबर 2016

जानिए कैसे - एक ही सिम में चल सकते हैं 4 व्हाट्सएप अकाउंट

आपने एक फोन में दो व्हाट्सएप के बारे में सुना होगा पर क्या कभी आपने एक ही स्मार्टफोन में 4 व्हाट्सएप अकाउंट चलाएं हैं। नहीं न, तो हम लेकर आएं है आपके लिए एक ऐसी ट्रिक जिससे आप एक ह व्हाट्सएप पर आज हर कोई एक्टिव है। आपने एक फोन में दो व्हाट्सएप के बारे में सुना होगा पर क्या कभी आपने एक ही स्मार्टफोन में 4 व्हाट्सएप अकाउंट चलाएं हैं। नहीं न, तो हम लेकर आएं है आपके लिए एक ऐसी ट्रिक जिससे आप एक ही स्मार्टफोन में एक साथ 4 व्हाट्सएप अकाउंट चला सकते हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें आपको सिम की भी जरुरत नहीं है। वैरिफिकेशन होने के बाद आप एक ही फोन में 4 व्हाट्सएप अकाउंट चला सकते हैं। कैसे? चलिए आपको बता देते हैं।

स्टेप 1:
इसके लिए सबसे पहले आपको GB Whatsapp नाम का एप डाउनलोड करना होगा। आपको बता दें कि ये एप आपको प्लेस्टोर में नहीं मिलेगा, लेकिन इसकी APK फाइल आपको गूगल पर आसानी से मिल जाएगी। इसके लिए आप Jktricks की वेबसाइट पर जा सकते हैं जहां से आपको GB Whatsapp की APK फाइल मिल जाएगी।

स्टेप 2:
APK फाइल डाउनलोड करने के बाद जब आप इसे इंस्टॉल करेंगे तो आपको एक Unknown source का एरर आएगा। इसमें आपको चिंता करने की बिल्कुल भी जरुरत नहीं हैं। आप अपने स्मार्टफोन की स्टिंग्स पर जाइए और Unknown source पर टैप कीजिए। अब आप APK फाइल इंस्टॉल कर पाएंगे।

स्टेप 3:
इसके बाद व्हाट्सएप सेट करने की प्रक्रिया शुरु होगी। APK फाइल को खोलने के बाद आपसे नंबर एंटर करने के लिए कहा जाएगा। (इसके लिए ये बिल्कुल भी जरुरी नहीं है कि आपके पास कोई फोन नंबर हो।) आप अपना कोई भी नंबर एंटर कर सकते हैं। नंबर एंटर करते ही आपके फोन में 4 व्हाट्सएप अकाउंट सेट हो जाएंगे।
क्या है APK फाइल? APK का मतलब एंड्रायड आवेदन पैकेज है। इसे मोबाइल एप्लिकेशन और मिडलवेयर को इंस्टॉल और डिस्ट्रिब्यूट करने के लिए एंड्रायड द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। 

अब वाट्सएप से कर सकते हैं कमाई, जानिए कैसे

विश्‍व भर के whatsapp यूजर्स के लिए खुशखबरी अब वह इसके जरिए कमाई भी कमा सकते हैं। वाट्सएप ने बताया है कि जल्द ही वह अपने यूजर्स का मोबाइल नंबर अपनी ओनर कंपनी फेसबुक के साथ साझा करेगा। जिसकी मदद से व्हाट्सएप यूजर्स फेसबुक पर और भी ज्यादा टारगेट विज्ञापन देख पाएंगे। हालांकि, व्हाट्सएप एड की जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है।


आपको बता दें कि दुनियाभर में करीब 1 बिलियन व्हाट्सएप यूजर हैं। ऐसे में अगर व्हाट्सएप, यूजर्स की जानकारी फेसबुक पर साझा करता है तो उसे यूजर्स को उनकी सुरक्षा का विश्वास दिलाना होगा। व्हाट्सएप, यूजर्स को सीमित समय के लिए ये ऑप्शन देगा कि वो अपनी जानकारी फेसबुक पर शेयर करना चाहते हैं या नहीं।
वहीं, व्हाट्सएप ने ये साफतौर पर कहा है कि फेसबुक से साझा की गई सभी जानकारी सुरक्षित रहेंगी। ये प्रस्ताव केवल इसलिए हैं जिससे यूजर्स को बेहतर फ्रेंड सजेशन और सही एड की जानकारी मिल पाए।

इसके साथ ही कंपनी ने ये भी कहा कि बैंक ट्रांजक्शन, फ्लाइट की जानकारी जैसी नेटिफिकेशन यूजर्स को सही समय पर मिल सके कंपनी इसी कोशिश में लगी है। वहीं, फेसबुक पर ये फीचर हाल ही में चालू किया गया है।
व्हाट्सएप, यूजर्स की सुरक्षा के लिए हर मुमकिन कदम उठा रही है लेकिन इसके वाबजूद भी यूजर्स को ये आइडिया कुछ अच्छा नहीं लग रहा है। यूजर्स को उनकी प्राइवसी की चिंता सता रही है। ऐसे में जाहिर है कि व्हाट्सएप की जानकारी फेसबुक पर साझा करना कंपनी पर कई सवाल उठाता है।

लॉक कंप्यूटर को भी कर सकते हैं हैक, कीमत मात्र 350 रुपये

कंप्यूटर को सुरक्षित बनाने के लिए सिक्योरिटी एक्सपर्टस कोई न कोई तरीका अपनाते ही रहते हैं। इस बीच हैकर सैमी कैमकर ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है


कंप्यूटर को सुरक्षित बनाने के लिए सिक्योरिटी एक्सपर्टस कोई न कोई तरीका अपनाते ही रहते हैं। इस बीच हैकर सैमी कैमकर ने एक ऐसा डिवाइस बनाई है, जिससे किसी भी कंप्यूटर को महज 1 मिनट में हैक किया जा सकता है। इसकी कीमत मात्र 5 डॉलर यानि 340 रुपये है। इसका नाम पॉय्जनटैप दिया गया है। सैमी कैमकर ने दावा किया है कि यह डिवाइस किसी भी कंप्यूटर को हैक करने में सक्षम है, बस बैकग्राउंड में ब्राउजर चलते रहना चाहिए।

सैमी कैमकर ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि इस डिवाइस को 5 डॉलर वाले रास्पबैरी पाई जीरो के लिए बनाया गया है। आपको बता दें कि इसमें माइक्रो-यूएसबी और माइक्रोएसडी कार्ड के अलावा कोई और कंपोनेंट नहीं है। कैमकर ने ये भी बताया कि जब इस डिवाइस को किसी पासवर्ड प्रोटेक्टेड कंप्यूटर के साथ प्लग-इन किया जाता है तो यह डिवाइस एक इथरनेट डिवाइस की तरह काम करने लगता है। जिसके बाद ये इंटरनेट ट्रैफिक पर कब्जा जमा लेता है। ट्रैफिक के बाद पॉय्जनटैप सभी HTTP कूकीज की पहचान कर स्टोर करने लगता है। ऐसा करने से इंटरनल रउटर पर अटैक करना आसान हो जाता है। इसके बाद पॉय्जनटैप एक बैकडोर को इंस्टॉल कर देता है। फिर हैकर अपने मुताबिक, HTTP रिक्वेस्ट भेजने का दबाव बनाकर रिप्लाई भी खुद ही कर सकता है।

कैमकर ने बताया कि यह डिवाइस पूरी तरह से ऑटोमेटिक है। आपको सिर्फ इसे कंप्यूटर में प्लग-इन करके छोड़ देना है। यह डिवाइस अपने आप ही सारा काम कर देगी। आपको यह जानने की जरूरत भी नहीं है कि आपको करना क्या है।

रविवार, 20 नवंबर 2016

इन तरीकों से पता भी नहीं चलेगा की आपने इंटरनेट पर छुप-छुपकर क्या किया

पहला तरीका:-

1- जब आप गूगल क्रोम खोलते हैं तो दाहिनी तरफ ऊपर की ओर जो तीन लाइन दिखाई देती है उनपर क्लिक कीजिए।
 2- फिर New incognito window पर क्लिक कर दीजिए।
 3- इसके बाद जो ब्राउजर खुलेगा आप उसपर प्राइवेट ब्राउजिंग कर सकते हैं। आपको बता दें कि अगर आप उसी विंडो से किसी वेबसाइट पर जाएंगे तब तक ही आपकी सर्च हिस्ट्री प्राइवेट रहेगी।

दूसरा तरीका:-

इसके अलावा अगर आप क्रोम यूज करते हैं तो हिस्ट्री को छुपाने के लिए आप एक्सटेंशन भी डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें कि Off the record history नाम से एक एक्सटेंशन है जिसे डाउनलोड करने पर प्राइवेट ब्राउजिंग की जा सकती है। जब तक आप इस एक्सटेंशन का इस्तेमाल करेंगे उतनी देर तक आपकी हिस्ट्री रहेगी लेकिन जैसे ही आप ब्राउजर को बंद कर देंगे ये हिस्ट्री डिलीट हो जाएगी। आपको एक बात और बता दें कि प्राइवेट ब्राउजिंग करने से भी आप कानूनी एजेंसियों से नहीं बच सकते हैं। हां, केवल ई-कॉमर्स, फेसबुक या ट्विटर जैसी साइट्स से निजात पा सकते हैं। प्राइवेट ब्राउजिंग करने से ऐसे साइट्स को आपके बारे में केवल सीमित जानकारी ही मिल सकती है। - 

शनिवार, 19 नवंबर 2016

क्या आपने कभी आंखों के इशारें से लाइट और टेलिवीजन ऑन-ऑफ किया है?

क्या आपने कभी आंखों के इशारें से लाइट और टेलिवीजन ऑन-ऑफ किया है? सुनकर चौंक गए न, दरअसल, रायपुर के पार्थ नागरिया ने एक अनोखी डिवाइस तैयार की है, जिसकी मदद से पलक झपकाकर लाइट और टेलीविजन ऑन-ऑफ किए जा सकते हैं। यही नहीं, पंखे को घूर कर देखने पर उसकी स्पीड भी कंट्रोल की जा सकती है। इस डिवाइस को बनाने में पार्थ को 8 महीनों का समय लगा है। -

कैसे काम करेगी ये डिवाइस?
 इस डिवाइस को कुछ ऐसे बनाया गया है कि ये दिमाग से निकलने वाली न्यूरॉन्स को इलेक्ट्रिक सिग्नल्स में कन्वर्ट कर ऑर्डर लेता है। आपको बता दें कि पार्थ ने दो तरह के प्रोटोकॉल सेट किए हैं। पहला पलकों का झपकना, जिससे मशीन ऑन ऑफ होगी। दूसरा कांसन्ट्रेट करना जिससे लाइट्स का वोल्टेज और पंखे या एसी की स्पीड को कंट्रोल की जा सकती है। पार्थ ने इस डिवाइस को पेटेंट के लिए भी भेजा दिया है।

पार्थ ने क्यों बनाई ये डिवाइस? 
पार्थ को अपनी नानी की परेशानी देखकर इस डिवाइस को बनाने का ख्याल आया। आपको बता दें कि पार्थ की नानी को लाइट्स ऑन-ऑफ करने में परेशानी होती थी। जिसे देखकर पार्थ ने ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाने की ठानी, जिससे लाइट, टेलीविजन और पंखे को ऑन या ऑफ करने के लिए उसके पास जाने की जरुरत न पड़े है। फिलहाल ये सिर्फ प्रोटो टाइप डिवाइस है। इसे बेहतर बनाने के लिए पार्थ इसके सेंसर को चश्मे के बीचों-बीच फिट करने की तैयारी कर रहा है। इसे बनाने के लिए पार्थ को करीब 20 से 25 हजार रुपये खर्च करने पड़े। ऐसे में माना जा रहा है कि इसकी कीमत 2500 से 3000 रुपये हो सकती है। -

व्‍हाट्सएप पर आप अपने सीक्रेट फोटोज व विडियोज को छिपा सकते हैं आप

एंड्रायड में व्हाट्सएप के लिए एक स्विच है जो आपको तस्वीरें और वीडियो डाउनलोड करने से रोकता है।

सबसे पहले व्हाट्सएप को खोलिए। इस बात को सुनिश्चित कर लीजिए कि आपको प्रमुख विंडो दिख रही हो यानि इसके मेन्यू बटन पर जाएं और सेटिंग ऑप्शन पर क्लिक करें, अब चैट सेटिंग पर क्लिक करें इससे आपको मीडिया ऑटो-डाउनलोड ऑप्शन मिलेगा, इसे सेलेक्ट कीजिए। यहां पर आप आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे कि आपके व्हाट्सएप की फोटो ऑटो डाउनलोड हो जाएं, या फिर वाई-फाई में डाउनलोड हो, या फिर जब रोमिंग पर हो तो खुद डाउनलोड हो जाएं। हरेक को क्लिक करें और तीनों ऑप्शन – इमेज, ऑडियों औऱ वीडियो को अनचेक करके, ऑटो डाउनलोड्स को डिसेबल कर दें।

अब फोटो को देखने के लिए आपको उन्हें डाउनलोड करना पड़ेगा। जब आप ऐसा करेंगे तो व्हाट्सएप उन्हें एक फोल्डर में सेव कर देगा और अब आपको अवांछित और फालतू के कंटेंट मिल जाएंगें, जिन्हें कोई भी आपके फोन की फोटो गैलरी एप से देख सकता है। वैसे परेशानी की कोई बात नहीं क्योंकि अब आप इन्हें फोटो गैलरी में दिखने से भी रोक सकते हैं:


1-क्विकपिक को डाउनलोड कर एप को खोलें
2-व्हाट्सएप मीडिया फोल्डर्स को चलाएं। इंटरनल स्टोरेज पर जाएं (जो कभी-कभी एसडी कार्ड में दिखता है).> व्हाट्सएप > मीडिया > व्हाट्सएप इमेज, >व्हाट्सएप >मीडिया >व्हाट्सएप ऑडियो, और व्हाट्सएप > मीडिया > व्हाट्सएप वीडियो
3-व्हाट्सएप इमेज फोल्डर को लंबे समय तक दबाएं रहें और ध्यान रहे कि ये सेलेक्ट हो जाएं। यही क्रिया व्हाट्सएप वीडियो और व्हाट्सएप ऑडियो फोल्डर के साथ भी करें।
4-तीनों फोल्डर्स को सिलेक्ट करने के बाद, ऊपर दाईं ओर बने तीनों डॉट आइकन में हाइड पर क्लिक करो। ये सुनिश्चित करेगा कि गैलरी एप अब उनको नहीं दिखाएगा। फिर आप चाहें तो अब भी इन तस्वीरों और वीडियों को व्हाट्सएप के अन्दर या किसी भी अन्य ऐसे एप से देख सकते हैं जो छिपे हुए फोल्डर्स को दिखाता हो। अब आप बेझिझक, बिना किसी डर के अपना फोन किसी को भी दे सकते हैं आपको परेशान होने की जरुरत नहीं कि कोई आपके व्हाट्सएप फोटोज और वीडियोज को गैलरी एप के द्वारा देख सकता है।

व्हाट्सएप पर वीडियो कॉलिंग करने का ये है प्रोसेस, जानिए -

इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएपमें यूजर्स के लिए वीडियो कॉलिंग का फीचर जारी कर दिया गया है। हालांकि, ये फीचर अभी एंड्रायड और विंडोज बीटा एप में ही पेश किया गया है

कैसे करें वीडियो कॉलिंग?
1-सबसे पहले व्हाट्सएप ओपन करें
2-इसके बाद कॉन्टेक्ट पर टैप करें
3-जिसे भी आप वीडियो कॉल करना चाहते हैं उसके नाम पर क्लिक करें
4-इसके बाद स्क्रीन पर सबसे ऊपर बने फोन आइकन पर टैप करें
5-इसमें दो ऑप्शन आएंगे जिसमें से आपको वीडियो कॉल पर टैप करना है।
6-इसके बाद आपकी वीडियो कॉल कनेक्ट हो जाएगी। - 

अगर यूजर के पास व्हाट्सएप का बीटा वर्जन नहीं है और उन्हें इस फीचर का लाभ तुरंत लेना है, तो यूजर को व्हाट्सएप बीटा प्रोग्राम के लिए साइन अप करना होगा। एंड्रायड पर व्हाट्सएप बीटा प्रोग्राम में साइन अप करने के लिए निम्नलिखित तरीके का इस्तेमाल करना होगा।

1-इसके लिए गूगल प्ले में जाएं और व्हाट्सएप सर्च करें
2-इसके बाद व्हाट्सएप की गूगल प्ले लिस्टिंग ओपन करें।
3-जो पेज आपके सामने ओपन होगा उसे नीचे स्क्रॉल करें।
4-यहां आपको बीटा टेस्टर दिखाई देगा उसमें ‘I am in’ पर टैप कर दें
5-इसके बाद जो स्क्रीन ओपन होगी उसमें पुष्टि करें।
6-इसके बाद गूगल प्ले स्टोर के व्हाट्सएप लिस्टिंग पेज पर वापस आएं।
7-यहां आपको व्हाट्सएप बीटा वर्जन पर अपडेट करने का विकल्प दिखाई देगा।
8-अब इसे अपडेट करें। इसके बाद आप वीडियो कॉलिंग कर पाएंगे।